4-hour timeframe
टेक्निकल डीटेल:
हायर लीनियर रिग्रेशन चैनल: डायरेक्शन- साइडवे
लोअर लीनियर रिग्रेशन चैनल: डायरेक्शन - डाउनवार्ड
मूविंग एवरेज (20; स्मूथ) - अप्वार्ड
CCI: 230.3879
ब्रिटिश पाउंड अप्रत्याशित रूप से ट्रेडिंग के पहले दिन ऊपर पहुँच गया। पिछले सप्ताह यूरोपियन मुद्रा के दाम भी भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ गए। साथ हीं, ब्रिटिश मुद्रा में इतनी तेज वृद्धि का कारण पता करना काफी मुश्किल है। उन्हें "इंवेंट" किया जा सकता है, बनाया जा सकता है, आपको कुछ संयोग भी मिल सकते हैं, लेकिन आज के समय में सब कुछ पहले जैसा स्पष्ट नहीं है। हमारे euro/dollar वाले आर्टिकल में हमने यह समझाया कि यूरो मुद्रा में मजबूती का कारण अमेरिकी सरकार के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन और रैली नही है। यही बात पौंड पर भी लागू होती है, जिसमे कोई भी वृद्धि नही दिखाई देती है अगर हम मौलिक रूप से मजबूत वृद्धि की बात करें।
अमेरिका में जो हो रहा है अगर उसे सामाजिक संकट, अराजकता, राजनीतिक भ्रम कहा जा सकता है, और यह हर जगह लागू होता है न कि सिर्फ एक ब्लैक व्यक्ति की हत्या पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के लिए, तो UK में तो लंबी चुप्पी का माहौल हीं चल रहा है। हाल हीं में बोरिस जॉनसन बस कुछ बार हीं टीवी पर आए और उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण या दिलस्चप नही कहा। हालाँकि मार्केट में यह पता चला कि प्रधानमंत्री जून के अंत में eu के नेताओं के व्यक्तिगत रूप से कोई समझौता करने वाले हैं। कई एक्सपर्ट्स की मानें तो, इससे कोई फर्क नही पड़ने वाला है। UK में कड़ाई से क्वारंटाइन का पालन भी बंद कर दिया गया है जिससे स्वास्थ अधिकारी चिंतित हैं और खतरे की घण्टी बजनी शुरू हो गयी है। उनके हिंसाब से कंटेजीओन इंडेक्स ( एक इंडेक्स जिससे पता चलता है कि एक इन्फेक्टेड व्यक्ति से कितने और लोग इन्फेक्ट हो सकते हैं; अगर यह 1 से ज्यादा है तो माना जाता है कि वायरस के फैलने की गति में तेजी आई है) अभी अभी 1 से नीचे गिरा है, इसीलिए क्वारंटाइन के सभी इतंजाम को अगर हटा लिया जाए तो यह महामारी फिर से फैलने लग सकती है। साइंटिस्ट ने रिपोर्ट किया है कि हाल हैं के दिनों में UK में भारी मात्रा में इन्फेक्टेड लोगों की भर्ती हुई है, लगभग 8000 प्रति दिन। जॉन एडमंड, लंदन स्कूल ऑफ हाईजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के एक प्रोफेसर यह मानते हैं कि सरकार को सियासी खेल छोड़कर इस महामारी से बचने के उपाय करने चाहिये।
इसी समय एक अंतरराष्ट्रीय द्वंद भी UK और China के बीच उभर कर आ रहा है। और हांगकांग के कारण भी। ब्रिटेन, जिसने बीजिंग के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत 2047 तक हांगकांग को एक विशेष स्वायत्त दर्जा प्राप्त है, हांगकांग अपने नागरिकों को ब्रिटिश नागरिकता देने की प्रक्रिया को सरल बनाने जा रहा है। उसी समझौते के अनुसार हांगकांग के निवासियों को ब्रिटेन में स्थायी निवास का अधिकार नहीं है। लेकिन, जैसा कि देखा जा रहा है कि बेजिंग और हांगकांग के अधिकारी कुछ ऐसे कानून बनाने जा रहे हैं जिससे कि इस ऑटोनोमस रीजन पर चीन की पकड़ बढ़ जाएगी, और इससे हांगकांग की स्वायत्तता बस बोलने भर को रह जायेगी, इससे US, UK और कई दूसरे देश असन्तुष्ट लग रहे हैं। चीन भी असंतुष्ट है, वह धमकी दे रहा है कि जो भी देश इसके "हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा पर" कानून के लिए सैंक्शन लगाएंगे उन्हें जवाब दिया जाएगा। बेजिंग के अनुसार, चीन के पास इस कानून को लगाने का अधिकार है और इससे किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौतों और अधिकारों का हनन नही हो रहा है। हांगकांग चीन का हिस्सा है, हालांकि यह स्वायत्त है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने पिछले हफ्ते कहा था: "अगर ब्रिटेन अपनी मौजूदा नीति को बदलना जारी रखता है, तो यह न केवल अपनी स्थिति और दायित्वों का उल्लंघन करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी मानदंडों का भी उल्लंघन करेगा। हम इसका विरोध करते हैं और प्रतिशोध लेने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। चीन को उम्मीद है कि ब्रिटेन निष्पक्ष रूप से हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा बिल पर विचार करेगा, साथ ही चीन की स्थिति और चिंताओं का सम्मान करेगा, और हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा।" इससे पहले, ब्रिटिश विदेश मंत्री डॉमिनिक रैब ने कहा कि लंदन हांगकांग के निवासियों को बिना किसी प्रतिबंध के ब्रिटिश पासपोर्ट के साथ ब्रिटेन में रहने और काम करने का अवसर प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर बीजिंग "राष्ट्रीय सुरक्षा पर" कानून पारित करता है, जिससे हांगकांग के विशेष दर्जे पर पिछले समझौते का उल्लंघन होता है तो लंदन यह कदम उठाएगा। .
यह जानना भी जरूरी है कि ब्रेक्सिट वार्ता भी अभी रुका हुआ है। यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार मिशेल बार्नियर ने लंदन के ऊपर इस गतिरोध का इल्जाम लगाया और उन्होंने कहा कि ब्रुसेल्स इस डील पर अपनी सहमती उस समय तक नही देगा जब तक ब्रिटेन पहले से सहमत शर्तों और दायित्वों को पूरा नहीं करता है। मिशेल बार्नियर का कहा कि ब्रिटेन के 50 प्रतिशत एक्सपोर्ट EU के पास जाते हैं, और फॉगी अल्बिअन को EU बस 7 प्रतिशत एक्सपोर्ट करता है। यह बयान आज से शुरू होने वाले चौथे दौर की वार्ता की पूर्व संध्या पर दिया गया था। स्वाभाविक है कि लंदन इस वार्ता में गतिरोध के लिए दूसरे पक्ष ब्रुसेल्स को जिम्मेदार मानता है। ऐसा लग रहा है कि लंदन इस समझौते को पूरा करने की जल्दीबाजी में नही है, यह हार मानने की जल्दी में तो बिल्कुल हीं नही है। यह कहना मुश्किल है कि बोरिस जॉनसन अभी किसपर भरोसा कर रहे हैं। बड़ी संख्या में अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर लंदन और ब्रुसेल्स बिना "डील" के भाग लेते हैं, तो यह ब्रिटिश अर्थव्यवस्था के लिए एक झटका साबित होगा। इसीलिए, लंदन 2021 में बिना यूरोपियन यूनियन के एक फ्री मार्किट के वंचित हो जाएगा और इसे बोरिस जॉनसन के पोलिटिकल रेटिंग में भी गिरावट दिखनी शुरू हो गयी है। पिछले साल दिसंबर में जॉनसन ने अपनी सबसे शानदार जीत दर्ज की (इससे पहले उन्हें बस हार का सामना करना पड़ा था) अब हम यह मान सकते हैं कि यह बस एक हीं जीत थी, क्योंकि जॉनसन हेड ऑफ स्टेट के पोस्ट पर काफी गर्वान्वित महसूस करते हैं। महामारी के खिलाफ लड़ाई विफल हो गयी है, यूरोपियन यूनियन के साथ कोई ट्रेड समझौता नही है, और अमेरिका के साथ कोई समझौता नही है। जॉनसन अपने पोजीशन "हार्ड" ब्रेक्सिट पर अड़े हुए हैं, और इन सब का खामियाजा आम ब्रिटिश नागरिकों को भुगतना पड़ सकता है जो आगे चलकर इस बात का अफसोस कर सकते हैं कि उन्होंने बोरिस जॉनसन को जिताया। हाल के रिसर्च से पता चलता है कि लेबर पार्टी पार्लियामेंट चुनावों में हार के बाद अपनी राजनीतिक रेटिंग्स को ठीक कर रही है और बोरिस जॉनसन और उनकी पार्टी कमजोर हो रही है। उनके नेता कीर स्टारर की गतिविधियों को 40% आबादी ने मंजूरी दी है और 17% लोगों ने मंजूरी नहीं दी है। बोरिस जॉनसन से संतुष्ट वोटर हैं- 57% लेकिन असंतुष्ट लोग भी हैं- 35%। दूसरे रिसर्च से भी पता चल रहा है कि लेबर लीडर के रेटिंग्स कुल मिला कर काफी ऊपर है।
और ब्रिटिश मुद्रा में गिरावट का अंतिम कारण बैंक ऑफ इंग्लैंड की संभावित नकारात्मक रेट्स हैं। हमारा मानना है कि ब्रिटिश रेगुलेटर के लिए इससे बचना मुश्किल है क्योंकि अर्थव्यवस्था इतने सारे झटके एक साथ नहीं झेल सकती है। और अगर 2020 अभी भी किसी तरह समाप्त होने में कामयाब रहा है, तो 2021 में, यूरोपीन यूनियन के साथ ट्रेड समझौते के बिना, ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर इंसेंटिव की आवश्यकता होगी।
GBP / USD जोड़ी की औसत अस्थिरता पिछले 5 दिनों में बढ़ गई है और अब 141 तक पहुंच गई है। मंगलवार, 2 जून को हम चैनल के अंदर मूवमेंट एक्सपेक्ट कर सकते हैं, जो 1.2338 और 1.2620 के बीच रहेंगे। हेइकेन अशी इंडिकेटर में नीचली गिरावट से डाउनवार्ड करेक्शन पता चलता है। मूविंग एवरेज के नीचे दाम फिक्स करने से इस डाउनवार्ड ट्रेंड को ठीक किया जा सकता है।
करीबी सपोर्ट लेवल:
S1 – 1.2451
S2 – 1.2390
S3 – 1.2329
करीबी रेसिस्टेंस लेवल:
R1 –1.2512
R2 – 1.2573
R3 – 1.2634
ट्रेडिंग सुझाव:
4 घंटे की समय सीमा पर GBP / USD जोड़ी आज ऊपर की ओर बढ़ने वाली गति को जारी रख रही है। इस प्रकार, आज 1.2512 और 1.2573 के लक्ष्यों के साथ वृद्धि के लिए पाउंड / डॉलर के जोड़े का ट्रेड जारी रखा जा सकती है और जब तक हेइकेन एशी इंडिकेटर को कम नहीं किया जाता है तब तक इसे ओपन रखें। पाउंड / डॉलर की जोड़ी को बेच सकते हैं जब बियर मूविंग एवरेज से नीचे लौटता है और जिसमे 1.2268 और 1.2207 का पहला टारगेट होता है।